कई दफ़ा दासता मालिक की कड़ाई नहीं, दास की इच्छा होती है
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कई लोग सब कुछ जानते हैं, मगर वे सिर्फ़ वही जानते हैं
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कई विचार होने आवश्यक नहीं, ज़रूरी है एक विचार जीना
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कड़ियों का क्रम बदल गया मगर ज़ंजीर तो ज़ंजीर ही रही
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कभी-कभार सच बोलते रहो ताकि जब झूठ बोलो तो तुम्हारा विश्वास किया जा सके
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कभी-कभी कहीं पहुंचे बिना ही अपनी राह पर चलना बेहतर होता है। कहीं पहुंचने का कोई अस्तित्व नहीं, वह समय में एक बिन्दु है
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कभी-कभी जब हमारी लौ बुझ जाती है तो कोई और आ कर उसे फिर जला देता है। हममें से हर कोई को लौ जलाने वाले उस शख़्स का आभार मानना चाहिए
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कभी-कभी यह महसूस करना चाहिए कि आज भी, अभी भी, हम उस आतुरता को आकार दे रहे हैं जो आने वाले कल को गर्माहट देगी
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कभी-कभी सुने जाने के लिए ख़ामोश रहना ज़रूरी होता है
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कभी-कभी हम झूठ बोलते हैं, मगर उसके साथ की मुखाभिव्यक्ति सच बयान करती है
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कला आत्मा पर जमी रोज़मर्रा की धूल झाड़ती है
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कला क्या है? वेश्यागिरी
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कला दुनिया को मारने के लिए एक हथौड़ी है, उसका प्रतिबिम्ब दिखाने का दर्पण नहीं
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कला पूँजी निवेश है, संस्कृति एक अन्यत्र स्थिति है
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कला में कहने लायक बात कहना बहुत मुश्किल है
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कला वह झूठ है जो हमें सच्चाई का बोध कराता है
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कला वह पुकार है जिसका जवाब बहुत से ऐसे लोग देते हैं जिन्हें पुकारा भी नहीं जाता
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कलाकृति कैसे पहचानी जाती है? चाहे एक पल के लिए ही सही, उसे उसके आलोचकों, उसकी नक़ल करनेवालों और उसकी छीछालेदर करनेवालों से कैसे अलग रखा जा सकता है? बहुत आसान काम है - उसका अनुवाद कर दें
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कल्पना तमाम यात्राओं की तरह है और इतनी सस्ती भी है
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कवि अपने अनुभवों को बेशर्मी से इस्तेमाल करते हैं - वे उनका शोषण करते हैं
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कवि बादलों के उस नरेश की तरह है जो तूफ़ानों पर सवारी करता है; धरती पर, जहां उसका मज़ाक उड़ाया जाता है, वह अपने विशाल पंखों की वजह से चल नहीं पाता
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कवि वे हैं जो आज भी दुनिया को बच्चों की नज़र से देखते हैं
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कवि वैज्ञानिक के मुक़ाबले प्रकृति को बेहतर समझ सकता है
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कविता जीवन में जान डाल देती है
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कविता लिखना प्रणय-क्रीड़ा की तरह है; दूसरे ने भी हमारे आनंद में हिस्सा लिया या नहीं, यह कभी पत नहीं चल पाएगा
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कहानियां हमारे सपने हैं। और हमारे सपने हमारा जीवन है
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क़लम दिमाग़ की ज़ुबान है
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क़ानून दुश्मनों पर लागू होते हैं, मगर दोस्तों के लिए उनकी मीमांसा होती है
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क़ानून मकड़ी के जालों की तरह है जिसमें से बड़ी मक्खी तो निकल जाती है मगर छोटी मक्खियां फंस जाती हैं
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क़ैदियों के लिए यथार्थ से पलायन आसान बनाने का आरोप साहित्य पर अक्सर लगता है
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कानून अपनी महान समानता के तहत पुलों के नीचे सोने पर अमीर और ग़रीब दोनों को प्रतिबंधित करता है
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कानून का न होना प्रतिदिन कानून तोड़ने से बेहतर है
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कानून की नज़र में हम सब बराबर हैं मगर उसे लागू करने वालों की नज़रों में नहीं
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कान्सुल : अमरीकी राजनीति में चुनाव में हारा उम्मीदवार जिसे देश छोड़ देने की शर्त पर प्रशासनिक गद्दी दी जाती है
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काम उन लोगों की पनाह है जिनके पास करने के लिए और कुछ नहीं है
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काम करने वाले के लिए कोई भी दिन बहुत लम्बा नहीं होता
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काम खेल से कम उबाऊ है
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काम में कहीं कोई ख़राबी है, नहीं तो अमीर उसे अपने पास ही रखते
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काम से दिन छोटा और उम्र लंबी होती है
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काश मैं तुम्हारी आंखों की सुन्दरता लिख सकता
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कितनी वाहियात बात है कि आजकल लोग दूसरों के पीठ पीछे ऐसी बातें कहते हैं जो बिल्कुल सही हैं
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किताब लिखने में क्या रखा है? असली दिक़्क़त तो उसे पढ़ने में है
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किताबें आदमज़ात का निर्वाण करेंगी
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किन्हीं स्थितियों में दुष्ट शब्द ही अच्छे होते हैं।
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किसी उपकार को लौटाने में जल्दबाज़ी करना एक तरह की कृतघ्नता है
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किसी एक के साथ स्वयं को सीमित करके हम उसका बुरा ही करते हैं
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किसी और भाषा में बात समझना-समझाना उतना कठिन नहीं जितना अपनी मातृ-भाषा में है
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किसी कलाकृति को समझने की कोशिश करना उसको समझने में सबसे बड़ा बाधक है
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किसी किताब को उस पर बनी फ़िल्म के हिसाब से मत परखो
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किसी की पीठ में नौ इंच छुरा भोंकने के बाद उसे छः इंच बाहर निकालते हुए यह नहीं कह सकते कि आप उन्नति कर रहे हैं
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किसी को बहुत ऊंची हिदायत देते हुए मैंने कभी सुना था, 'हमेशा वही करो जिसे करने से तुम्हें डर लगता हो'
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किसी को भी अपने आप ख़ुश रहने का अधिकार नहीं है
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किसी को मेरी ज़रूरत हो इसकी मुझे ज़रूरत है
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किसी भी 'कृति' का निन्यान्वे प्रतिशत भाग स्वर या विचार की नकल है। जानबूझ कर की गई चोरी
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किसी भी क़ौम के लिए उसके पुरखों की भाषा से प्रिय क्या कुछ और हो सकता है?
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किसी भी चीज़ की इच्छा न हो, मेरी तो सिर्फ़ यही इच्छा है
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किसी भी चीज़ से पहले, भावना! समझ बाद में आती है
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किसी भी दार्शनिक ने अपनी राह में रहने वाले लोगों की आदतें नहीं बदली
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किसी भी देश की महानता और नैतिक प्रगति इस बात से ज़ाहिर होती है कि वहां जानवरों के साथ क्या बर्ताव होता है
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किसी भी भाषा के लुप्त होने पर इंसान की एक तस्वीर भी लुप्त हो जाती है
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किसी भी राष्ट्र की जनता किसी छोटे झूठ की अपेक्षा बड़ी आसानी से बड़े झूठ का शिकार बन सकती है
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किसी भी वस्तु की इच्छा मत करो और तुम संसार के सबसे अधिक धनी व्यक्ति बन जाओगे
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किसी भी व्यवसाय के लिए जो क़ीमत अदा करनी पड़ती है, वो उस व्यवसाय की बुराई का ज्ञान है
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किसी भी समाज के लिए बच्चों के मुंह में दूध डालने से बढ़ कर और कोई पूंजीनिवेश नहीं है
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किसी व्यक्ति को बर्बाद करने के लिए उसकी अच्छाई करना पर्याप्त है
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किसी शब्द की परिभाषा करना तितली को उसके पंखों से पकड़ने के समान है
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किसी संस्कृति के विनाश के लिए किताबें जलाने की कोई आवश्यकता नहीं। बस लोगों को उन्हें पढ़ने से रोकना पर्याप्त है
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कुछ अभिनेताओं को छोड़ कर सभी लोग किसी न किसी पात्र का अभिनय करते हैं
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कुछ ऐसे शब्द होते हैं जो सिर्फ़ एक बार इस्तेमाल होते हैं
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कुछ काम ऐसे हैं जो कहीं भी, ज़मीन पर या समुद्र में... जैसे, युद्ध
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कुछ ग़रीब देश स्वाभीमानी हैं और अपनी समस्याएं स्वयं सुलझाने में विश्वास रखते हैं, मगर सौभाग्य से मल्टीनैशनल्स अपना त्याग करने से स्वयं को रोक नहीं पाते
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कुछ चीज़ों को वैध ठहराने के बजाय उन्हें क़ानूनी रूप देना ज़्यादा आसान है
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कुछ नहीं जानने से बेकार चीज़ें जानना बेहतर है
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कुछ बैन्कर्स के जेल में जाने पर कोई जनापवाद नहीं, लेकिन जो चीज़ वाकई निन्दाजनक है वह यह की बाकी सब स्वतंत्र हैं
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कुछ भी ज़हर नहीं है और सभी कुछ ज़हर है; फ़र्क केवल ख़ुराक में है
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कुछ लोग अपने आप को आदर्श मानते हैं क्योंकि स्वयं से ज़्यादा अपेक्षा नहीं रखते
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कुछ लोग इतने ग़रीब हैं कि धन के सिवाय उनके पास कुछ नहीं है
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कुछ लोग हमें हम जैसा देखते हैं, बाकी सब वही देखते हैं जो हम बनने की कोशिश करते हैं
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कुछ लोगों के लिए ख़ामोशी असहनीय हो जाती है क्योंकि उनके अपने अंदर बहुत शोर होता है
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कुशलता से काम करना और, उसी समय, उस काम की अवमानना करना बहुत मुश्किल है
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केवल आदमी ही ऐसा जानवर है जो शर्माता है - या जिसे शर्माने की ज़रूरत पड़ती है
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केवल उन्हीं को बुद्धिमान मत मानो जो तुम्हारी तरह सोचते हैं
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केवल दिमाग़ से हमारी ख़ुशियां, आनंद, हंसी-मज़ाक, दर्द और दुख जन्मते हैं
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केवल मुफ़्त की चीज़ ही महंगी हो सकती है
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केवल मृतक ही युद्ध का अंत देखते हैं
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केवल मृतकों को क्षमा करने का अधिकार है और जीवितों को भूलने का अधिकार नहीं
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केवल वकीलों को कानून के प्रति उनकी अज्ञानता की सज़ा नहीं मिलती
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केवल वही जवाब उपयोगी हैं जो नए सवाल पेश करते हों
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केवल वही लोग हमेशा कहीं से लौट कर आ रहे होते हैं जो कहीं गए ही नहीं
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केवल साहसी लोग क्षमा करना जानते हैं। क़ायर माफ़ नहीं कर सकता - यह उसके स्वभाव में ही नहीं है
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केवल सुसंस्कृत लोग ही सीखना चाहते हैं, मूर्ख पढ़ाना चाहते हैं
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कैसी त्रासदी है कि जैसे ही इन्सान ने मशीन का आविष्कार किया भूखों मरने लगा
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कैस्टीलियन अमेरिका के मूल निवासियों की सामान्य भाषा है
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कॉन्फ़ेरेन्स कुछ प्रतिष्ठित लोगों की बैठक होती है जो अकेले दम कुछ नहीं कर सकते और एक साथ मिल कर इस निर्णय पर पहुंचते हैं कि कुछ नहीं किया जा सकता
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कॉन्सेन्ट्रेशन कैम्पों में हम एक-एक पल करके जीते थे। पुनर्विचार की गुंजाइश बहुत कम थी क्योंकि चिंतन थका देने वाला होता था
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कोई दो लोग एक किताब कभी नहीं पढ़ते
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कोई भी आदमी, जो स्वयं को आदमी कहलाता है, उसे किसी अन्य आदमी पर हुई प्रतारणना के लिए अपने आप को धिक्कारना चाहिए
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कोई भी तुम्हारे आंसुओं के योग्य नहीं है और जो है वो तुम्हें कभी रुलाएगा नहीं
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कोई भी निजी प्रॉपर्टी दरअस्ल 'सामाजिक रेहन' है
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कोई भी बुरा काम न करना अच्छी बात है, लेकिन अच्छा काम न करना बुरा है
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कोई भी, किसी भी समय के लिए, दूसरों को एक चेहरा और स्वयं के लिए एक और चेहरा नहीं दिखा सकता। उसे ख़ुद यह अंदेशा होने लगेगा कि दोनों में से असली कौन है
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कोई वैध चुम्बन चोरी से लिए गए बोसे से ज़्यादा कीमती नहीं होता
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कोई शहर आपको उसके सात या सत्तर कौतुकों की वजह से नहीं बल्कि इसलिए अच्छा लगता है क्योंकि उसके पास आपके विशेष प्रश्न का उत्तर है
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कोका कोला सेहत के लिए अच्छा है... अमरीका की आर्थिक सेहत के लिए
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कोषकार होने के लिए आदर्शवादी पागलपन की प्रवृत्ति आवश्यक है क्योंकि भाषा की तस्वीर उतारना असंभव है
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क्या आप चाहते हैं कि कोई किसी का दमन न करे? तय कर लीजिए कि किसी को इतनी ताकत ही न मिल सके
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क्या आप चाहते हैं कि तमाम लोग आपकी मदद के लिए आएं? कोशिश करें कि इसकी ज़रूरत न पड़े
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क्या मौत की सज़ा मृत्यु-दंड भोगने वालौं के लिए मायने रखती है?
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क्या यह विडम्बना नहीं कि पवित्र भूमि में घृणा और नफ़रत का सबसे विकट अभियान चल रहा है?
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क्रिश्चियैनिटी ने प्रेम को पाप बना कर उसके लिए बहुत कुछ किया है
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क्रिसमस और नव वर्ष मंगलमय हो
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क्लासिक साहित्य ऐसी किताब है जो पाठक को यह सोचते हुए छोड़ती है कि कहानी में और क्या है
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